Description
“रश्मिरथी” (अर्थात रश्मियों का रथारूढ़ या सूर्य की किरणों पर सवार) हिन्दी के महान कवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ द्वारा रचित एक महाकाव्यात्मक कविता है, जो 1952 में प्रकाशित हुई थी।
यह काव्य महाभारत के महान योद्धा कर्ण के जीवन पर आधारित है — एक ऐसा पात्र जो जन्म से सूर्यपुत्र था, लेकिन समाज में उसे सूतपुत्र समझा गया।
मुख्य विषय:
-
कर्ण की निष्ठा और वीरता
-
जातिगत भेदभाव और समाज द्वारा ठुकराया जाना
-
धर्म और कर्तव्य के बीच की उलझन
-
कृष्ण द्वारा दिए गए सिंहासन और पहचान को ठुकराना
-
दुर्भाग्यपूर्ण अंत और महानता का प्रतीक
दिनकर की यह रचना केवल कर्ण की गाथा नहीं, बल्कि एक ऐसे पुरुष की कहानी है जो संघर्ष, आत्मबलिदान और अस्मिता का प्रतीक बन जाता है।
Reviews
There are no reviews yet.